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आपकी बात: आयशा की ख़ुदकुशी और आरिफ की गिरफ़्तारी के बीच कुछ बातें…

आयशा, वो लड़की जिसने हँसते हुए अपनी जान दे दी| बेशक ख़ुदकुशी इस्लाम में जायज़ नहीं है। लेकिन क्या निकाह के बाद किसी को बेपनाह मोहब्बत करना वो हराम है? क्या किसी की हर वो बात मान लेना जो बेमानी हो, हराम है? क्या हराम है किसी के लिए खुद को बेच देना?क्या आज के […]

SHAHID AZMI: ज़िन्दगी की वकालत करने वाले को मिली मौत की सज़ा!

Shahid Azmi ये वो नाम है जो सुर्ख़ियों में आज से लगभग 10 साल पहले आया जब उनकी हत्या कर दी गई| एक वकील जिसने अपना पूरा जीवन सिर्फ निर्दोष लोगों को झूठे आरोपों से बचाने में लगा दिया, जिसके लिए उसको न सिर्फ देश के सिस्टम में बैठे उन बड़े और कद्यावर लोगों से […]

गुरु गोबिंद सिंह जी: जीवन, चरित्र और उनकी शिक्षाएं

गुरु गोबिंद सिंह जी सिखों के दसवें और अंतिम गुरु थे, गुरु गोबिंद सिंह जी का नेतृत्व सिख समुदाय के इतिहास में बहुत कुछ नया ले कर आया…

छात्र संघ चुनाव: भारतीय राजनीति का दरकता स्तंभ

छात्र संघ को कमजोर करने के उद्देश्य से सरकारों ने पहले छात्र संघ को भ्रष्ट किया उसमें माफिया ,दबंगों आदि को शामिल होने दिया

अपनी बात: पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या पर भारतीय समाज और राजनितिक द्रष्टिकोण की प्रासंगिकता

हमारे मीडिया हाउस पत्रकारिता छोड़कर न्यायालय का कार्य करते दिखाई देते हैं और इस केस में भी सिक्के के सिर्फ एक ही पहलू को न सिर्फ खुद देख रहे हैं बल्कि जनता को भी जबरन दिखा रहे हैं|

सफ़दर हाशमी : जब शोषितों के लिए उठने वाली आवाज़ को हमेशा के लिए खामोश कर दिया गया

हम बात कर रहे हैं उसकी जो एक रंगकर्मी था, कलाविद था, एक सामाजिक कार्यकर्त्ता था, आवाज़ था शोषितों और आम लोगों की, उसकी जो सफ़दर हाशमी था.